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माँ

Dreams
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तारों से चमकना सीखा,
फूलों से महकना |
चिड़िया से चहकना सीखा,
सूरज से दहकना |

मगर ये सब मैं सीख न पाती,
अगर आप मुझे इस जग में ना लाती |

ये क़र्ज़ कोई भी बेटी कभी ना चूका पायेगी,
मरते हुए भी ये साँसें तेरा ही नाम गुनगुनायेंगी |

ये कविता मैं हर एक माँ को समर्पित करना चाहती हुँ जिसने बेटी को जन्म देने के लिए सारी दुनिया से संघर्ष किया है | एक सलाम उनके नाम

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